आम बेचने वाला और पान बेचने वाला

एक दिन, एक आम बेचने वाला, एक पान बेचने वाले की दुकान के पास रुका और सोचने लगा, “ओह! मैं सच में एक पान खाना चाहता हूं लेकिन मेरे पास पैसे नहीं हैं।”   तभी, पान बेचने वाले ने आम बेचने वाले को देखा। उसने सोचा, “ओह! कितने अच्छे आम हैं। मैं चाहता हूं कि मैं उन रसीले आमों में से एक खा लू।”   पान बेचने वाले ने आम वाले से पूछा, “सुनो भाई! क्या तुम पान के बदले में मुझे आम दे सकते हो?” आम बेचने वाला मान गया। पान बेचने वाले ने कुछ सड़े हुए पान के पत्ते लेकर, एक छोटा-सा पान तैयार किया।
वह पान उसने आम बेचने वाले को दे दिया। जब आम बेचने वाले ने चूना डालने की बात की, तो उसने जवाब दिया, जाओ और इस पान को दीवार के साथ रगड़ लो।   तुम्हें चूना मिल जाएगा।” आम बेचने वाले को ऐसा लगा, जैसे कि उसे ठगा गया है। उसने पान बेचने वाले को एक हरा आम दिया। उस हरे आम को देखकर,   पान बेचने वाला बोला, “मुझे पीला आम दो।” आम बेचने वाले ने उत्तर दिया, “अपना आम उस पीली दीवार से रगड़ लो। तुम्हें एक पीला आम मिल जाएगा।
       सीख: जैसे को तैसा।
       ✍ Najeeb Ahmad 🌱

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